ग़ज़ल गंगा
Play with words to express Feelings and experiences of life.
बुधवार, 20 जुलाई 2016
एक शेर बचपन पर
जब हाथों हाथ लेते थे अपने भी पराये भी
बचपन यार अच्छा था हँसता मुस्कराता था
मदन मोहन सक्सेना
1 टिप्पणी:
कविता रावत
20 जुलाई 2016 को 3:33 am बजे
तब सारा जहाँ अपना जो था..
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